Tuesday 25 January 2011

बांदा रेप केस में लड़की के पति की एंट्री, कहा MLA निर्दोष

नव भारत टाईम्स  25 Jan 2011, 1004 hrs IST,सांध्य टाइम्स
बांदा रेप केस में लड़की के पति की एंट्री, कहा MLA निर्दोष
लखनऊ।। बांदा रेप केस में राजू नाम के शख्स की नाटकीय एंट्री से मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। राजू ने कहा है कि वह उस लड़की का पति है, जिसका एमएलए और उसके साथियों ने मिलकर रेप किया था।

उसने कहा कि दोनों ने एक मंदिर में शादी की थी। उसने कहा कि शादी के बाद वह कुछ दिनों तक साथ रही थी, बाद में वह अपने मायके चली गई। उसने कहा कि बीएसपी एमएलए पुरुषोत्तम द्विवेदी निर्दोष हैं। हालांकि वह पूछने पर न तो शादी की कोई सही डेट बता पा रहा है और न ही कोई फोटो दिखा पाया है।

राजू ने बताया कि जबसे यह केस शुरू हुआ, तबसे वह लड़की मेरे संपर्क में थी, लेकिन न तो कोई पुलिस अधिकारी और नही कोई सीबीआई का अधिकारी मेरे पास पूछताछ करने आया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि राजू से बात करने पर लगता है कि वह झूठ बोल रहा है।

राजू लखनऊ में विधानसभा के सामने धरने पर बैठा है, जहां पहले से एमएलए की पत्नी, बेटा और सपोर्टर धरने पर हैं। एमएलए की पत्नी ने कहा है कि उनके पति निर्दोष हैं और अगर उनके ऊपर मुकदमा चला तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। एमएलए के बेटे ने कहा कि उसके पिता राजनीतिक साजिश के शिकार हुए हैं।


23 Jan 2011, 1009 hrs IST,टाइम्स न्यूज नेटवर्क
'गरीब की बेटी थी, इसलिए विधायक ने रेप किया'
यूपी के बांदा में 'रेपिस्ट' बीएसपी विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी को सलाखों के पीछे पहुंचाने वाली नीलू निषाद (बदला हुआ नाम) का कहना है कि उसके साथ यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि वह गरीब थी। नीलू से हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की मंजरी मिश्रा ने बात की और उसके दर्द और संघर्ष की कहानी जानी। इस पूरी बातचीत में नीलू दो बार फूट-फूटकर रो पड़ी। पेश है नीलू से बातचीत के अंश...

तुम अभी 17 साल की हो। एक विधायक के खिलाफ लड़ने का इतनी हिम्मत कहां से जुटाई?
जब खोने के लिए कुछ नहीं होता, तो हिम्मत अपने आप आ जाती है।

किससे प्रेरणा मिली? किसी महिला या पुरुष से? किससे सुना उसके बारे में?
किसी से नहीं। इन 'किस्सा-कहानी' का वक्त कहां है। मुझ जैसी लड़कियों के लिए यह सुविधा नहीं है। हां, वहां कोई है जिस पर मेरा विश्वास है। वह धरती पर नहीं रहता। वह भगवान है।

क्या तुम कभी स्कूल गई हो?
हां, चार साल गई हूं। मैं तीन तक पढ़ी हूं। बस अपना नाम लिख लेती हूं। पढ़ नहीं पाती।

क्या स्कूल वापस जाना चाहोगी?
हां, क्यों नहीं? यदि मुझे मदद मिले तो मैं पढ़ना चाहूंगी। मैं बीए और कुछ और करना चाहती हूं। मेरी जिंदगी में अब कुछ नहीं बचा है। पढ़ने से शायद कुछ मिल जाए।

तुम्हारे साथ जो कुछ हुआ, उस पर तुम्हारे परिवार वाले क्या सोचते हैं। क्या वह तुम्हें दोष देते हैं?
नहीं बिल्कुल नहीं। मेरे पिता सारी सच्चाई जानते हैं। उन्होंने इस मामले में मेरा पूरा साथ दिया। उन्होंने और मेरे भाई (संतू) ने मेरे साथ सब सहा है। वह मुझे दोष क्यों देंगे? उन्हें पता है किसे दोष देना चाहिए।

क्या तुम खुद को सुरक्षित महसूस करती हो ?
नहीं, मैं सुरक्षित नहीं हूं। आरोपी अभी भी खुले घूम रहे हैं। रज्जू पटेल (एक आरोपी) ने तो मुझे और मेरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी है।

क्या तुम अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो?
हां, वे सुरक्षित नहीं हैं। हम एक दूरदराज के गांव में रहते हैं। जहां मुट्ठीभर मकान हैं। बाढ़ की वजह से मेरा घर आधा टूट चुका है। मेरे साथ कभी भी कुछ भी हो सकता है।

तुम अपने रेपिस्ट के लिए कैसी सजा चाहती हो?
उसे वैसी ही सजा मिलनी चाहिए जैसी किसी मंत्री या एमएलए की बेटी के रेपिस्ट को। उसने यह सब इसलिए किया, क्योंकि मैं एक गरीब की बेटी थी। मेरे पिता बड़े आदमी होते तो उसकी यह हिम्मत नहीं होती। गरीबी के कारण ही मेरे साथ यह सबकुछ हुआ।

क्या तुम्हें विश्वास है कि न्याय मिल पाएगा?
हां, मुझे यकीन है। नहीं मिला तो मैं लड़ूंगी। जब इतनी लड़ाई का दम है, तो आगे भी लड़ लूंगी।




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